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भारत का गौरव और स्वदेशी जहाज निर्माण उत्कृष्टता का प्रतीक आईएनएस विक्रांत अब पश्चिमी नौसेना कमान के तहत पूरी तरह से चालू है।

भारत का गौरव और स्वदेशी जहाज निर्माण उत्कृष्टता का प्रतीक आईएनएस विक्रांत अब पश्चिमी नौसेना कमान के तहत पूरी तरह से चालू है।

यह 45,000 टन का विमान वाहक एक पावरहाउस है, जो विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड-विंग विमान और हेलीकॉप्टरों को लॉन्च करने में सक्षम है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने की नौसेना की क्षमता को काफी बढ़ाता है।
इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय आईएनएस विक्रांत की हवाई क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 26 राफेल-एम लड़ाकू जेट खरीदने पर विचार कर रहा है। सितंबर 2022 में अपनी कमीशनिंग के साथ, आईएनएस विक्रांत ने 30 लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को ले जाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है, जिससे भारत की नौसेना रक्षा में गेम-चेंजर के रूप में अपनी स्थिति मजबूत हुई है।
आईएनएस विक्रांत की मुख्य विशेषताएं:
-विस्थापन: 45,000 टन
-विमान क्षमता: 30 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर
-कमीशन: सितंबर 2022
– परिचालन भूमिका: व्यापक परीक्षणों के बाद परिचालन भूमिकाओं के लिए तैयार
यह मील का पत्थर भारत की नौसैनिक क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम है, और हम भविष्य में और भी रोमांचक विकास की उम्मीद कर सकते हैं!

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Author: SPP BHARAT NEWS

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