
2 अप्रैल से लागू होगा ट्रंप टैरिफ, भारत के निर्यात पर बड़ा असर
अमेरिका द्वारा 2 अप्रैल से लागू किए जाने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ का सीधा असर भारत के निर्यात पर पड़ने की संभावना है। अनुमान है कि यदि टैरिफ 10% रहता है, तो भारत को लगभग 6 बिलियन डॉलर (करीब 51,000 करोड़ रुपये) का नुकसान हो सकता है, जबकि 25% टैरिफ लागू होने पर यह नुकसान 2.65 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
इस टैरिफ का सबसे अधिक प्रभाव ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और आभूषण उद्योग पर पड़ने की आशंका है। अमेरिका ने पूरी तरह से असेंबल की गई कारों पर 25% टैरिफ लगाने का फैसला किया है, जिससे भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग प्रभावित हो सकता है।
भारत सरकार इस टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए अमेरिका के साथ एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रही है। भारत ने बादाम, क्रैनबेरी और बॉर्बन व्हिस्की जैसे अमेरिकी कृषि उत्पादों पर टैरिफ कम करने का प्रस्ताव दिया है, ताकि अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंध मजबूत बनाए जा सकें।
इसके अलावा, भारत ने अमेरिकी ऊर्जा और रक्षा उत्पादों की खरीद बढ़ाने, डिजिटल विज्ञापन कर हटाने, और कुछ आयातित उत्पादों पर शुल्क कम करने जैसे कदम भी उठाए हैं। हालांकि, भारत की घरेलू-केंद्रित अर्थव्यवस्था के कारण, इन टैरिफ का असर सीमित हो सकता है, क्योंकि भारत के सकल घरेलू उत्पाद का केवल 21% हिस्सा निर्यात से आता है।

Author: SPP BHARAT NEWS
