
26/11 का साज़िशकर्ता तहव्वुर राणा प्रत्यर्पित: दिल्ली पहुंचा, एनआईए की कड़ी पूछताछ शुरू
26/11 मुंबई आतंकी हमले के प्रमुख आरोपियों में से एक, तहव्वुर हुसैन राणा को 10 अप्रैल 2025 को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर दिल्ली लाया गया। राणा को विशेष विमान से एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम भारत लेकर आई, और वह सुबह करीब 7:30 बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। दिल्ली लाए जाने के तुरंत बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच एनआईए मुख्यालय ले जाया गया, जहां उसकी औपचारिक गिरफ्तारी की गई।
तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, पर आरोप है कि उसने 26/11 हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली की मदद की थी। राणा की शिकागो स्थित इमिग्रेशन फर्म का इस्तेमाल कर हेडली को फर्जी दस्तावेज मुहैया कराए गए, जिससे वह भारत में स्वतंत्र रूप से यात्रा कर सका और मुंबई में लक्षित स्थलों की रेकी कर सका। जांच में यह भी सामने आया है कि राणा हमले से कुछ महीने पहले स्वयं भी भारत आया था और पवई के होटल रेनेसां में ठहरा था।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2025 में राणा की प्रत्यर्पण रोकने की अंतिम अपील खारिज कर दी थी। इसके बाद अमेरिका ने भारत की लंबे समय से चली आ रही प्रत्यर्पण मांग को मान लिया, जिसे भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
अब दिल्ली स्थित एनआईए की विशेष अदालत में राणा के खिलाफ सुनवाई होगी, जिसमें उसे 2008 के उस भयानक आतंकी हमले के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा जिसमें 166 निर्दोष लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हुए थे। सूत्रों के अनुसार, राणा को फिलहाल तिहाड़ जेल के हाई-सिक्योरिटी वार्ड में रखा जाएगा।

Author: SPP BHARAT NEWS
